अधीनस्थ चयन आयोग की परीक्षाओं में ओएमआर शीट में हुई गड़बड़ी का मामला, जांच करेगी एसआईटी
अधीनस्थ चयन आयोग की कनिष्ठ सहायक परीक्षाओं में ओएमआर शीट में हुई गलती की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है। जांच में सुस्ती पर मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद यह कदम उठाया गया है। एसआईटी से एक महीने के भीतर जांच रिपोर्ट मांगी गई है।
 

उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग ने 2017 और 2018 में विभिन्न पदों के लिए परीक्षाएं आयोजित कराई थीं। परीक्षाओं में ओएमआर शीट में कई गड़बड़ियां सामने आई थीं। इसे लेकर शहर कोतवाली और डालनवाला थाने में मुकदमे दर्ज कराए गए थे। लेकिन, मामले की जांच बेहद सुस्त तरीके से चल रही है। इसे लेकर आयोग ने भी विरोध जताया था।

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस मामले का संज्ञान लेकर पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों से नाराजगी जताई थी। इसके बाद डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने एसपी सिटी श्वेता चौबे, सीओ सिटी शेखर सुयाल और विवेचकों के साथ बैठक की। डीआईजी ने विवेचना में हो रही देरी पर कड़ी नाराजगी जताई। 

डीआईजी ने अब मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया है। इसकी जिम्मेदारी सीओ सिटी शेखर सुयालको सौंपी गई है। डीआईजी ने संबंधित विभागों को नोटिस जारी कर जांच से जुड़े दस्तावेजों को कब्जे में लेने के निर्देश दिए। एसआईटी में डोईवाला कोतवाली निरीक्षक राकेश कुमार गुसाईं, शहर कोतवाली के एसएसआई जितेंद्र चौहान, प्रेमनगर के एसएसआई कोमल रावत और एसओजी के कांस्टेबल प्रमोद कुमार को शामिल किया गया है।
  


चयन आयोग ने साइबर सेल को सौंपा ओएमआर शीट का रिकॉर्ड



फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा में असली ओएमआर शीट सोशल मीडिया पर वायरल करने के मामले में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने जांच के लिए रिकॉर्ड पुलिस साइबर सेल को सौंप दिया है। वहीं, आयोग परीक्षा केंद्र के अंदर मोबाइल फोन लेने जाने पर परीक्षा केंद्र के स्कूल प्रबंधन से जवाब तलब करेगा। 

आयोग ने 16 फरवरी को प्रदेश के 376 परीक्षा केंद्रों पर फॉरेस्ट गार्ड के 1218 पदों की लिखित परीक्षा कराई थी। शाम को सोशल मीडिया पर ओएमआर शीट और परीक्षा देते समय एक उम्मीदवार के प्रश्नपत्र की फोटो वायरल हो गई थी। सबसे बड़ा सवाल यह है कि परीक्षा केंद्र पर मोबाइल फोन के अलावा किसी प्रकार का इलेक्ट्रिॉनिक उपकरण ले जाना प्रतिबंध है। इसके बावजूद भी उम्मीदवार ने केंद्र में ओएमआर शीट की फोटो कैसे खींच ली? ऐसे तमाम सवाल है, जिनकी साइबर सेल जांच करेगी। 

आयोग के सचिव संतोष बडोनी का कहना है कि सोशल मीडिया पर वायरल ओएमआर शीट व प्रश्न पत्र से संबंधित रिकॉर्ड साइबर सेल को सौंप दिया है। सोशल मीडिया पर जिस उम्मीदवार की ओएमआर शीट वायरल हुई है। इसका परीक्षा केंद्र लक्ष्मण विद्यालय है। आयोग की ओर से स्कूल प्रबंधन से भी परीक्षा केंद्र में मोबाइल ले जाने को लेकर जवाब तलब किया जाएगा। 




फॉरेस्ट गार्ड परीक्षा की जाए निरस्त : जुगरान 



भाजपा नेता रविंद्र जुगरान ने फॉरेस्ट गार्ड परीक्षा निरस्त करने की मांग की है। उन्होंने परीक्षार्थियों के साथ उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग के सचिव से मुलाकात की। इस पर सचिव ने एसटीएफ की जांच के बाद कोई निर्णय लेने की बात कही है। 

बुधवार को जुगरान ने बताया कि परीक्षा में हुई अनियमितता के लिए जनपदों के जिलाधिकारी से लेकर प्रदेश सरकार तक जिम्मेदार है। 13 जनपदों के 376 केंद्रों पर अनियमितताओं की भरमार है। परीक्षा केंद्रों में प्रवेश पत्र के फोटो मिलान की कोई व्यवस्था ही नहीं थी। इस दौरान सचिव के साथ कई पहलुओं पर चर्चा हुई। सचिव ने कहा कि अभी साइबर सेल और एसटीएफ मामले की जांच कर रहीं हैं।

जांच के बाद जो निष्कर्ष निकलेगा उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इधर, उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने बृहस्पतिवार को लैंसडौन चौक पर आयोग का पुतला दहन किया। संघ अध्यक्ष बॉबी पंवार ने कहा कि इस परीक्षा में हुई अनियमितताओं पर मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया है। जल्द आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी। इस दौरान मातबर नेगी, सबल चौहान, निरंजन चौहान, विकास सेमवाल, दीपक आर्य, शैलेष सेमवाल आदि मौजूद रहे।